मास्को, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके अमेरिकी समकक्ष राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एल्बे नदी पर सोवियत और यूएस सैनिकों के साथ आने की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक संयुक्त बयान जारी किया। क्रेमलिन ने इस बात की जानकारी दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि इस घटना ने नाजी शासन की निर्णायक हार को अंजाम दिया।
बयान में कहा गया, सोवियत और अमेरिकी सैनिक 25 अप्रैल, 1945 को साथ आए और एल्बे नदी पर क्षतिग्रस्त पुल पर हाथ मिलाया, आज उस ऐतिहासिक घटना की 75वीं वर्षगांठ है।
इसमें कहा गया, वर्ष 1942 के संयुक्त राष्ट्र की घोषणा के ढांचे के तहत सेना में शामिल हुए कई देशों और लोगों के जबरदस्त प्रयासों का प्रतिनिधित्व एल्बे पर हुई मीटिंग में किया गया था।
घरेलू मोर्चे पर दुनिया भर में उपयोग के लिए बड़ी मात्रा में युद्ध सामग्री तैयार करने वाले पुरुषों और महिलाओं के योगदान की भी प्रशंसा बयान में की गई।
बयान में आगे कहा गया, स्पिरिट ऑफ द एल्बे इस बात का उदाहरण है कि कैसे हमारे देश एक बड़े कारण को पूरा करने के लिए मतभेदों को दूर कर विश्वास का निर्माण करते हुए सहयोग कर सकते हैं।
गौरतलब है कि 25 अप्रैल, 1945 को एल्बे डे कहा जाता है। इस दिन सोवियत और अमेरिकी सैनिक जर्मनी में तोर्गाऊ के पास एल्बे नदी पर मिले थे। इसे यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध के अंत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है।
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