डिजिटल डेस्क,जयपुर। राजस्थान में सियासी उठापटक का दौर जारी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच शुरू हुई जंग ने अब कानूनी रूप ले लिया है। कई अन्य पार्टियां भी इसमें शामिल हो चुकी हैं। राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री और राज्यपाल भी आमने-सामने आ गए हैं। इसी वजह से कांग्रेस पार्टी आज (27 जुलाई) देश के सभी राज्यों में राजभवन का घेराव करेगी, हालांकि राजस्थान में कांग्रेस ऐसा कुछ नहीं करेगी। कांग्रेस को डर है, अगर ऐसा हुआ तो राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लग सकता है। जिसके चलते राजस्थान को छोड़ पूरे देश में कांग्रेस प्रदर्शन करेगी।
सुप्रीम कोर्ट में राजस्थान का राजनीतिक दंगल
वहीं आज सोमवार को विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में 11.30 बजे सुनवाई होने वाली है। स्पीकर ने याचिका में राजस्थान हाईकोर्ट के द्वारा उनके नोटिस पर लगाए गए स्टे पर सवाल खड़े किए हैं। इसके अलावा हाईकोर्ट में भी इस पूरे राजनीतिक दंगल से जुड़ी एक सुनवाई होनी है।
विधानसभा सत्र बुलाने पर अड़े गहलोत
दरअसल राजस्थान की सियासत अब राज्यपाल कलराज मिश्र के आसपास घूम रही है। सीएम गहलोत विधानसभा सत्र बुलाने पर अड़े हुए हैं। जबकि राज्यपाल सत्र बुलाने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं। मुख्यमंत्री गहलोत का कहना है, विधानसभा सत्र बुलाने के लिए अभी तक राज्यपाल कलराज मिश्र ने कोई फैसला नहीं ले सके हैं।
राजभवन ने फिर लौटाई सत्र बुलाने की फाइल
सीएम अशोक गहलोत की ओर से लगातार विधानसभा का सत्र बुलाए जाने की मांग कर रहे हैं, ताकि सरकार बहुमत साबित कर सके। लेकिन राज्यपाल ने कोरोना वायरस का हवाला दिया है। इसको लेकर कांग्रेस विधायक राजभवन में धरने पर भी बैठे थे। इसी मामले को लेकर अशोक गहलोत के साथ ही राहुल गांधी, प्रियंका गांधी ने भी बीजेपी पर निशाना साधा था। राजस्थान के राजभवन ने सोमवार को एक बार फिर विधानसभा सत्र बुलाने की गहलोत की अपील को ठुकरा दिया है। राजभवन की ओर से फाइल को संसदीय कार्य विभाग को वापस दिया गया और कुछ सवाल पूछे गए हैं।
.Download Dainik Bhaskar Hindi App for Latest Hindi News.
from दैनिक भास्कर हिंदी https://ift.tt/3g4ADZA
0 Comments