डिजिटल डेस्क, जयपुर। भारतीय वायु सेना का एक मिग-21 फाइटर जेट तकनीकी खराबी के कारण मंगलवार शाम राजस्थान के सूरतगढ़ के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पायलट सुरक्षित बाहर निकालने में कामयाब रहा। वायुसेना का ये फाइटर प्लेन नियमित उड़ान पर था। क्रैश के बाद गांव के लोगों ने प्रशासन को सूचना दी। दुर्घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है।

बता दें कि रूस और चीन के बाद भारत मिग-21 का तीसरा सबसे बड़ा ऑपरेटर है। रूस ने तो 1985 में इस विमान का निर्माण बंद कर दिया, लेकिन भारत इसके अपग्रेडेड वैरिएंट का इस्तेमाल करता रहा है। देश की वायुसेना के पास अब सिर्फ 57 ही मिग 21 बचे हैं। भारतीय वायुसेना ने पहली बार 1960 में मिग-21 विमानों को अपने बेड़े में शामिल किया था। मिग-21 बाइसन में एक बड़ा सर्च एंड ट्रैक रडार लगा है जो रडार नियंत्रित मिसाइल को संचालित करता है और रडार गाइडेड मिसाइलों का रास्ता तय करता है।

इसमें बीवीआर तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जो आखों से ओझल मिसाइलों के ख़िलाफ़ सामान्य लेकिन घातक लड़ाकू विमान को युद्ध क्षमता के योग्य बनाता है। इन लड़ाकू विमानों में इस्तेमाल किए गए इलेक्ट्रॉनिक और इसकी कॉकपिट उन्नत क़िस्म की होती है। सोवियत रूस के मिकोयान-गुरेविच डिज़ाइन ब्यूरो ने इसे 1959 में बनाना शुरु किया था।1961 में भारत ने मिग विमानों को रूस से ख़रीदने का फ़ैसला किया था।



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MiG-21 fighter jet crashed near Suratgarh, Rajasthan due to technical malfunction
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