संयुक्त राष्ट्र, 3 सितंबर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने विश्व नेताओं से कहा है कि कोविड-19 महामारी अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक गेम-चेंजर के तौर पर सामने आई है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख ने बुधवार को एक वर्चुअल मीटिंग में विश्व के नेताओं से कहा कि कोविड-19 से शांति और सुरक्षा पर पड़े प्रभाव की बात करें तो दुनिया ने परिवर्तनशील और अस्थिरता के नए चरण में प्रवेश किया है।
अकाबा प्रक्रिया के तहत आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ से लड़ने में वैश्विक सहयोग बढ़ाने के लिए देश के प्रमुखों के बीच हुई अंतर्राष्ट्रीय बैठकों में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि महामारी केवल एक वैश्विक स्वास्थ्य संकट नहीं है बल्कि उससे अधिक है। बता दें कि अकाबा प्रक्रिया को 2015 में जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय ने इसी नाम के जॉर्डन शहर से शुरू किया था।
मीटिंग में यूएन प्रमुख ने कहा, यह महामारी अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक गेम-चेंजर की तरह है। इस महामारी को हराने की प्रक्रिया एकता को बढ़ावा देने और समान सोच से काम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
महामारी के अलावा बैठकों में आतंकवाद और अतिवाद के खतरों का मुकाबला करने के लिए सभी के प्रयासों को एकजुट करने, कोविड-19 महामारी के कारण सामने आती सुरक्षा चुनौतियों और उनका सामना करने के तरीकों पर भी चर्चा की गई।
बैठकों में नाइजीरिया, फिलीपींस, केन्या और बुल्गारिया के राष्ट्रपतियों ने भी हिस्सा लिया। इसके अलावा कनाडा, बुल्गारिया और अल्बानिया के प्रधानमंत्री, संयुक्त राष्ट्र और इंटरपोल के महासचिव और नाटो के उप महासचिव ने भी हिस्सा लिया।
मीटिंग में गुटेरेस ने कहा, दुनिया गंभीर सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रही है, जिनसे कोई भी देश या संगठन अकेले नहीं निपट सकता है। लिहाजा वैश्विक एकता और एकजुटता की तत्काल आवश्यकता है।
गुटेरेस ने आगे कहा, हालांकि महामारी से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की कमी चौंकाने वाली रही है।
उन्होंने जानकारी साझा करने और तकनीकी सहयोग को बढ़ाकर, आतंकवादियों को नापाक इरादों को पूरा करने से रोकने और दीर्घकालिक समाधान के बारे में सोचने पर जोर दिया।
महासचिव ने इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ एम्प्लॉयर्स (आईओई) के शताब्दी शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कैसे निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के सहयोग से कोविड-19 के बाद के बदले हुए समय को हैंडल करने में मदद मिल सकती है।
उन्होंने कहा, आज हमारी पहली प्राथमिकता महामारी को हराना है और जीवन, आजीविका, व्यवसाय और अर्थव्यवस्थाओं का पुनर्निर्माण करना है।
एसडीजे-एसकेपी
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