डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर डटे किसानों के आंदोलन का आज 37वां दिन है। सरकार और किसानों के बीच कई दौरों की बातचीत के बाद भी अब तक इस मसले का कोई हल नहीं निकल पाया है। ऐसे में अब 4 जनवरी को एक बार फिर किसानों की केंद्र के साथ बैठक होने जा रही है।

इस बैठक से पहले किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर बातचीत सही दिशा में नहीं गई और सरकार ने किसानों के पक्ष में कोई ठोस फैसला नहीं लिया तो हरियाणा में मॉल और पेट्रोल पंप बंद किए जाएंगे। इतना ही नहीं 6 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा और हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर पर बैठे किसान दिल्ली की तरफ कूच करेंगे।

बता दें कि किसानों के 4 बड़े मुद्दे हैं। पहला- सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले। दूसरा- सरकार यह लीगल गारंटी दे कि वह मिनिमम सपोर्ट प्राइस यानी MSP जारी रखेगी। तीसरा- बिजली बिल वापस लिया जाएगा। चौथा- पराली जलाने पर सजा का प्रावधान वापस लिया जाए। इस चारों मुद्दों को लेकर गुरुवार को पांच घंटे की बातचीत हुई थी।

इसके बाद बिजली बिल और पराली से जुड़े दो मुद्दों पर सरकार और किसान संगठनों के बीच सहमति बन गई। इसके बाद किसानों ने 31 दिसंबर को होने वाली ट्रैक्टर रैली को टाल दिया। हालांकि कृषि कानून और MSP पर अभी भी मतभेद बरकरार हैं। अब किसानों और केंद्र सरकार के बीच 4 जनवरी को आठवें दौर की बातचीत होनी है।



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Farmers will Shut Malls, Petrol Pumps in Haryana if Talks with Government on January 4 Fail
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