भोपाल, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। देश और दुनिया में पर्यटन स्थल के तौर पर खजुराहो की पहचान है और यहां देशी ही नहीं विदेशी पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं। यही कारण है कि इस इलाके में कोरोना के संक्रमण के बादल घिरे हुए हैं, मगर प्रशासन की सजगता और समर्पित कोरोना योद्धाओं की सक्रियता के चलते अब तक छतरपुर जिले में कोरोना का एक भी मरीज सामने नहीं आया है।

बुंदेलखंड का छतरपुर वह जिला है जहां से हर साल हजारों लोग रोजगार की तलाश में दूसरे राज्य पलायन करते हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देशव्यापी लॉकडाउन के बाद लगभग 25 हजार मजदूर वापस घरों को लौटे हैं। प्रशासन के लिए इन मजदूरों की स्क्रीनिंग और इनके स्वास्थ्य पर नजर रखना बड़ी चुनौती बना रहा, क्योंकि यह कोरोना के कैरियर भी हो सकते थे।

छतरपुर के जिला अधिकारी शीलेंद्र सिंह ने आईएएनएस को बताया, जिले में लगभग 25 हजार मजदूर वापस लौटे हैं। इन मजदूरों का पहले स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें से बड़ी संख्या में लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है, इनके खाने और रहने की व्यवस्था की गई है। जो मजदूर घरों में हैं उनके घरों के बाहर पर्ची भी चस्पा की गई है। साथ ही गांव वालों को जागरूक किया गया है कि वह इनसे दूरी बनाए रखें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जा रही है और इसमें प्रशासनिक अमला स्वास्थ्य कर्मचारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पुलिस बल के जवान, राजस्व अमला पूरा सहयोग दे रहा है। इतना ही नहीं जिले की सभी सीमाओं को सील किया गया है और वहां पुलिस जवान पूरी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। वे न तो दूसरे जिलों से लोगों को जिले की सीमा में आने दे रहे हैं और न ही जिले से बाहर जाने दे रहे हैं। यही कारण है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में बड़ी मदद मिल रही है।

क्षेत्रीय सांसद और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा भी जिले की स्थिति पर नजर रखे हुए है। प्रशासनिक अमले से लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों से लगातार संपर्क बनाए हुए है। वहीं बुंदेलखंड के दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की मदद के लिए संबंधित राज्यों के प्रशासन व पार्टी कार्यकर्ताओं से संर्पक कर रहे है।

खजुराहो के अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल होने के कारण कई तरह की आशंकाएं थी। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले दिनों ही यहां इटली के एक दल को संदेह के आधार पर हवाई यात्रा करने से रोका गया था। उनका अस्पताल में परीक्षण भी कराया गया था। उसके बाद से ही प्रशासन सर्तक था और खजुराहो में कर्फ्यू भी लगाया गया।

इस जिले के लिए कोरोना को लेकर कई तरह की चुनौतियां हैं। एक तो यहां के खजुराहो में अंतराष्ट्रीय और देशी पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं तो दूसरी बात मजदूरों की वापसी थी। इन दोनों ही चुनौतियों को निपटने के लिए प्रशासनिक स्तर पर एहतियाती कदम उठाए गए। खजुराहो पर खास नजर रखी जा रही है।

सीएमएचओ डा. विजय पथौरिया ने बताया कि छतरपुर जिले में कोरोना वायरस से कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं पाया गया है। जिले में बाहर से आने वाले एवं विदेश यात्रा से लौटने वाले लोगों पर मेडिकल टीम पूरी तत्परता के साथ निगाह रखे हुए है। 11 हजार 335 व्यक्तियों को होम क्वारंटाइन और 1007 व्यक्तियों को संस्थागत क्वारंटाइन किया गया है। अभी तक 15 मरीजों को आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। प्रशासन द्वारा जिले में डोर-टू-डोर सर्वे कराया जा रहा है। इसके अंतर्गत अभी तक कुल 19 लाख 29 हजार 835 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।

छतरपुर के नजदीकी जिले टीकमगढ़ में एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इसके चलते जिला प्रशासन की चिंता तो बढ़ी है। साथ ही सतर्कता भी बढ़ा दी गई है। आशंका इस बात की है कि जो युवक टीकमगढ़ में पॉजिटिव मिला है वह इंदौर से लौटा था और उसके साथ यात्रा करने वालों में छतरपुर के भी युवक शामिल थे।



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Awesome warriors prevented Corona in Khajuraho
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