इस्लामाबाद, 26 जून (आईएएनएस)। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) पाकिस्तान के दक्षिणपश्चिम बलूचिस्तान प्रांत के लिए एक गेम चेंजर साबित होगा और यह प्रांत की कायापलट कर देगा। विशेषज्ञों ने यह बात कही है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, गुरुवार को सिक्योरिटी एंड डेवलपमेंट इन बलूचिस्तान : इग्जिस्टिंग डाइनेमिक्स एंड वे अहेड विष्य पर आयोजित एक वेबिनार में वक्ताओं ने यह विचार प्रकट किए।
इस्लामाबाद स्थित एक प्रमुख थिंक-टैंक इस्लामाबाद पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट (आीपीआरआई) द्वारा आयोजित, वेबिनार में बलूच लोगों को विकास परियोजनाओं और शासन सुधारों के माध्यम से सशक्त बनाकर बलूचिस्तान में शांति, समृद्धि और विकास लाने पर चर्चा की की गई।
इस आयोजन में बलूचिस्तान के एक विकास और नीति विशेषज्ञ रफीउल्लाह काकर ने कहा कि सीपीईसी में बलूचिस्तान के पिछड़े क्षेत्रों के उत्थान के लिए गेम चेंजर बनने की क्षमता है।
काकर ने कहा कि कई अरब डॉलर वाले परियोजना का लाभ अभी तक बलूचिस्तान के उन लोगों तक पहुंचना बाकी है, जहां सीपीईसी परियोजनाएं अभी भी पूरी होने की प्रक्रिया में हैं। उन्होंने कहा कि प्रांत और इसकी गरीब आबादी को लाभ पहुंचाने के लिए पाकिस्तानी सरकार परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करने पर ध्यान देना चाहिए।
प्रांतीय असेंबली के सदस्य सनाउल्लाह बलूच ने वेबिनार में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सीपीईसी की क्षमता को आम बलूच जनता के दिलों को जीतने के तरीके के रूप में महसूस किया जाना चाहिए, क्योंकि आखिरकार इससे प्रांत में समृद्धि आएगी।
आईपीआरआई के कार्यवाहक अध्यक्ष राशीद वली जंजुआ ने वेबिनार के दर्शकों को बताया कि बलूचिस्तान एक ऐसा प्रांत है, जो जबरदस्त रणनीतिक और संसाधन क्षमता से भरपूर है।
सीपीईसी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बेल्ट एंड रोड पहल की 60 अरब डॉलर की एक परियोजना है, जिसका मकसद एशिया, अफ्रीका और यूरोप को राजमार्गों, रेल लाइनों और समुद्री लेन के विशाल नेटवर्क से जोड़ना है।
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