डिजिटल डेस्क, बेरूत। लेबनान की राजधानी बेयरूत में मंगलवार शाम एक के बाद एक दो बड़े धमाके हुए। विस्फोट इतने जबदस्त थे कि इसका असर करीब 10 किलोमीटर दूर तक देखा गया। यही नहीं धमाके की तीव्रता लगभग 4.5 से ज्यादा तीव्रता के भूकम्प जितनी आंकी जा रही है। धमाके से कारें तीन मंजिल तक उछल गईं। बिल्डिंग्स एक पल में धराशायी हो गईं। बताया जा रहा है कि लगभग आधा शहर तबाह हो गया है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार 73 लोगों की मौत की पुष्टि हुई। ये आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताई गई है। वहीं अब तक 3700 लोगों घायल होने की बात सामने आई है।
#BeirutBlast#Beirut #Lebanon
— SANTOSH (@santoshkr_08) August 4, 2020
This 2020 has brought us only terrible things and is continuing. #Beirut pic.twitter.com/Hv0L0mkmWo
12 सेकंड के इस धमाके के बाद शहर में चारों ओर तबाही का मंजर है। विस्फोट कैसे हुआ इसकी जानकारी फिलहाल नहीं मिल सकी है और न ही किसी आतंकी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी ली है। इस धमाके में करीब आधा शहर वीरान हो गया है। यहां की सड़कों पर लाशों के चीथड़े बिखरे हैं। पोर्ट के पास के इलाके के घर और बड़ी इमारतें मलबे का ढेर बन चुकी हैं। घायलों को संभालने वाला कोई नहीं है क्योंकि अस्पतालों को भी बहुत नुकसान पहुंचा है और वहां जगह नहीं बची है।
किस जगह पर हुआ विस्फोट?
• mazlum yine enkazda, allah’ım çek kurtar, bize rahmetin gerek. pic.twitter.com/BD5FdMVWjH
— Bişnev (@birbisnev) August 4, 2020
विस्फोट का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। कुछ स्थानीय टीवी स्टेशनों ने बताया कि विस्फोट बेरूत के बंदरगाह पर एक ऐसे क्षेत्र के अंदर था जहां फायरवर्क का स्टोरेज किया गया था। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब लेबनान दशकों में अपने सबसे खराब आर्थिक और वित्तीय संकट से गुजर रहा है। इसे लेबनान की दक्षिणी सीमा के करीब इजराइल और आतंकवादी हिज़्बुल्लाह ग्रुप के बीच बढ़ते तनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने सभी अस्पतालों को तैयार रहने के आदेश दिए
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री हमाद हसन ने विस्फोट में घायल हुए लोगों के इलाज के लिए क्षेत्र के सभी अस्पतालों को तैयार रहने को कहा है। सीएनएन के प्रोड्यूसर ने बताया कि बेरूत के अस्पतालों के इमरजेंसी रूम में डॉक्टर दर्जनों घायल लोगों का इलाज कर रहे हैं। कुछ लोगों को कांच से गंभीर चोटें आई है तो वहीं कुछ के अंग टूट गए हैं। अस्पातल में बेड न होने की वजह से कई लोग फर्श पर पड़े हैं। डॉक्टरों ने उनमें IVs डालने की कोशिश की। जबकि कुछ लोगों को बाहर निकाल दिया गया।
पोर्ट में भारी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट थाः इंटीरियर मिनिस्टर
इंटीरियर मिनिस्टर ने स्थानीय मीडिया को घटना के बारे में बताया कि पोर्ट में भारी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट था। लेबनान कस्टम से पूछा जाना चाहिए कि इतनी भारी मात्रा में पोर्ट पर अमोनियम नाइट्रेट क्या कर रहा था? वहीं, दूसरी ओर लेबनान ब्रॉडकास्टर मायाडेन ने कस्टम के निदेशक के हवाले से बताया कि करीब एक टन नाइट्रेट में विस्फोट हुआ है।
स्वास्थ्य मंत्री को रॉकेट स्ट्राइक या विस्फोटक से जहाज को उड़ाने का शक
इससे पहले, लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री ने मीडिया को बताया कि पूरे देश में धमाके की आवाज सुनी गई है। जिस तरह का ये धमाका है, हमें रॉकेट स्ट्राइक या विस्फोटक से जहाज को उड़ाने का शक है। ये जानबूझकर किया गया भी हो सकता है, या फिर वजह कुछ और भी हो सकती है। लेबनान के भारतीय दूतावास ने मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी की।
धमाके में सामने आई तीन बड़ी बातें
- जॉर्डन की सिस्मोलॉजी ऑब्जरवेटरी के एक्सपर्ट इस धमाके की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 तीव्रता के भूकम्प से ज्यादा बता रहे हैं। अंदाजा लगाया जा रहा है कि धमाके की तीव्रता करीब 1000 टन TNT विस्फोटक के बराबर थी। यह एक छोटे न्यूक्लियर ब्लास्ट जितनी होती है।
- धमाके बाद आसमान में मशरूम के आकार का बादल बना, जो पहले सफेद था और फिर अचानक नारंगी रंग का हो गया। डेली मेल ने इस बादल को न्यूक्लियर विस्फोट के बादल जैसा बताया है। हालांकि, अभी विस्फोटक के प्रकार की पुष्टि होना बाकी है।
- विस्फोट एक क्रम में शुरू हुए और लोगों को लगा कि बेरुत पोर्ट के पटाखा गोदाम में आग लगी है। इसके बाद अचानक तेज धमाका हुआ और उसने पूरे शहर को चपेट में ले लिया। धमाके के बाद नाइट्रिक एसिड के बादल भी बने हैं।
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— fabi (@canonicofabiano) August 4, 2020
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