गुरुग्राम, 21 नवंबर (आईएएनएस)। गुरुग्राम में वन विभाग ने सोहना-गुरुग्राम रोड और गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड को पार करने के दौरान तेंदुओं और अन्य जंगली जानवरों को दुर्घटनाओं से बचाने के लिए कई फैसले लिए हैं।
वन विभाग के ये प्रयास उस रिपोर्ट के बाद आए हैं, जिसमें कहा गया कि पिछले 6 सालों में 3 तेंदुओं ने इन रास्तों को पार करने के दौरान जान गंवा दी। पिछले महीने भी गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पार करते समय एक तेंदुए की जान चली गई थी।
वन विभाग के प्रधान मुख्य संरक्षक अधिकारी एम.एस.मलिक ने कहा, हम इन इलाकों में तेंदुओं की मौतों को लेकर चिंतित हैं, जो सड़कों, राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को पार करते समय दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। अब हम उन क्षेत्रों में सड़क के किनारे बाड़ लगाने की योजना बना रहे हैं, जहां जंगली जानवर हैं।
अधिकारी ने यह भी कहा कि विभाग जंगली जानवरों की मौजूदगी के बारे में यात्रियों को सतर्क करने के लिए सोहना-गुरुग्राम सड़क पर चेतावनी वाले संकेतक भी लगाने जा रहा है। उन्होंने आगे कहा, हम लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को छोटे पुलियां बनाने के लिए भी लिखेंगे, ताकि छोटे जानवर बिना किसी दुर्घटना के सड़कों को पार कर सकें। वन अधिकारी भी ऐसा पुलियों की पहचान करेगा, जिन पर काम किया जा सके।
उन्होंने बताया कि जंगलों या जिन गलियारों से जानवर गुजरते हैं, वहां कई बार लोगों को गति सीमा के नियमों का उल्लंघन करते हुए देखा गया।
उन्होंने कहा, हम जानवरों को इस तरह मरने नहीं दे सकते। हम वन्यजीवों की मौत को रोकने के लिए बाड़ लगाने, समय-समय पर तारों की स्थिति की जांच करने के लिए वन विभाग की एक निगरानी टीम बनाएंगे।
मलिक ने कहा, चूंकि राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्पीड ब्रेकर लगाने का कोई प्रावधान नहीं है, इसलिए कई जानवर इन्हें पार करते समय दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। हमने वाहनों की गति सीमा को नियंत्रित करने के लिए रबर ब्रेकर लगाने का फैसला किया है। पीडब्ल्यूडी इस पर काम करेगा।
एसडीजे/आरएचए
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