डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान की सेनाओं ने गुरुवार को घोषणा की कि वे कश्मीर और अन्य क्षेत्रों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर गोलीबारी रोकने के लिए सहमत हो गए हैं। बुधवार को दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस की बैठक में यह सहमति बनी है।
इस बैठक में तय हुआ है कि 24-45 फरवरी की रात से ही उन सभी पुराने समझौतों को फिर से अमल में लाया जाएगा, जो समय-समय पर दोनों देशों के बीच हुए हैं। बता दें कि भारत और पाकिस्तान की सरकारों ने नवम्बर 2003 में लाइन ऑफ कंट्रोल में सीजफायर एग्रीमेंट किया था। इस एग्रीमेंट के मुताबिक दोनों देशों की सेनाएं एक दूसरे पर गोलीबारी नहीं करेंगी। तीन साल तक यानी 2006 तक दोनों तरफ से इस सीजफायर को माना गया। लेकिन, उसके बाद से पाकिस्तान ने लगातार सीजफायर का उलंघन किया।
भारतीय सेना के अधिकारियों ने इस सवाल पर कि क्या भारत ने यह फैसला चीन के साथ सीमा पर बने तनाव के कारण लिया है? अधिकारियों ने कहा कि उत्तरी सीमाओं पर स्थिति का पश्चिमी मोर्चे की स्थिति से कोई संबंध नहीं है। हम सभी चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इस फैसले का चीन के साथ स्थिति से कोई संबंध नहीं है।
वहीं इस सवाल पर कि भारत कहीं ऐसा करके गलती तो नहीं कर रहा है, सेना ने कहा कि बीते समय में आतंकी घटनाओं या पाक सेना की हरकतों के चलते शांति की प्रक्रिया पटरी से उतर गई थी। हम हर स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहे हैं। लेकिन, आशावादी होते हुए पूरी तरह से सावधान और सतर्क हैं।
.Download Dainik Bhaskar Hindi App for Latest Hindi News.
from दैनिक भास्कर हिंदी https://ift.tt/3soN604
via IFTTT
0 Comments